व्यापम घोटाला : एसटीएफ का फटा टायर
व्यापम घोटाला मध्यप्रदेश के बड़े घोटालों में से एक है,इसमे प्रदेश के मुखिया से जुड़े कुछ लोगो के नाम सामने आए और कुछ की गिरफ्तारी भी हुई। लेकिन लंबे अर्से से चल रहे इस घोटाले की जांच कहां जाकर रूकेगी,अभी कहा नही जा सकता। १८ जून २०१४ को एसटीएफ की टीम ने मालवा निमाड़ के कई जिलों में छापा मारकर पीएमटी घोटालें के पांच दर्जन से अधिक छात्रो तथा उनके परिजनों को पकड़ा। एसटीएफ की टीम इनको भोपाल मुख्यालय ले जा रही थी कि आरोपियों को ले जा रहे वाहन का टायर फट गया तथा वाहन पलट गया,जिसमें कुछ छात्रों को मामूली चोट,एक को गंभीर चोट आई,जिन्हे तत्काल चिकित्सा उपलब्ध करवाई गई।
दुसरी तरफ पुर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा भी एसटीएफ की हिरासत में है और पिछले चार दिन से उनसे पुछताछ नही हो पाई है। एसटीएफ की जांच की धीमी गति से लगता है कि कुछ बडी मछलियों को बचाने की कोशिश की जा रही है जो इस घोटाले में शामिल है,अतः जैसे एसटीएफ के वाहन का टायर फटा कही,वैसे ही इस घोटाले की जांच का टायर भी ना फट जायें,और अन्य घोटालों की जांच की तरह इसमें भी बरसों लग जायेंगे ओर आरोपियों को सजा नही मिल पाएगी।
मोहन बैरागी
१९/०६/२०१४
व्यापम घोटाला मध्यप्रदेश के बड़े घोटालों में से एक है,इसमे प्रदेश के मुखिया से जुड़े कुछ लोगो के नाम सामने आए और कुछ की गिरफ्तारी भी हुई। लेकिन लंबे अर्से से चल रहे इस घोटाले की जांच कहां जाकर रूकेगी,अभी कहा नही जा सकता। १८ जून २०१४ को एसटीएफ की टीम ने मालवा निमाड़ के कई जिलों में छापा मारकर पीएमटी घोटालें के पांच दर्जन से अधिक छात्रो तथा उनके परिजनों को पकड़ा। एसटीएफ की टीम इनको भोपाल मुख्यालय ले जा रही थी कि आरोपियों को ले जा रहे वाहन का टायर फट गया तथा वाहन पलट गया,जिसमें कुछ छात्रों को मामूली चोट,एक को गंभीर चोट आई,जिन्हे तत्काल चिकित्सा उपलब्ध करवाई गई।
दुसरी तरफ पुर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा भी एसटीएफ की हिरासत में है और पिछले चार दिन से उनसे पुछताछ नही हो पाई है। एसटीएफ की जांच की धीमी गति से लगता है कि कुछ बडी मछलियों को बचाने की कोशिश की जा रही है जो इस घोटाले में शामिल है,अतः जैसे एसटीएफ के वाहन का टायर फटा कही,वैसे ही इस घोटाले की जांच का टायर भी ना फट जायें,और अन्य घोटालों की जांच की तरह इसमें भी बरसों लग जायेंगे ओर आरोपियों को सजा नही मिल पाएगी।
मोहन बैरागी
१९/०६/२०१४
No comments:
Post a Comment